कांग्रेस को कितना सहेज कर रख पाएंगी शैलजा

उदंकार न्यूज
-कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड प्रभारी का चेहरा बदल दिया है। पूर्व केंद्र्रीय मंत्री शैलजा को उत्तराखंड प्रदेश का नया प्रभारी घोषित किया गया है। उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव को पंजाब का जिम्मा सौंपा गया है। नवनियुक्त प्रभारी शैलजा उत्तराखंड कांग्रेस के लिए अनजान चेहरा नहीं है, बल्कि 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने प्रत्याशियों के चयन के लिए जो स्क्रीनिंग कमेटी बनाई थी, उसकी वह एक सदस्य थी। इस लिहाज से कह सकते हैं कि शैलजा उत्तराखंड के लिए एकदम नई नहीं हैं। हालांकि उत्तराखंड कांग्रेस में जिस कदर धडे़बाजी है और क्षत्रपों के बीच जिस तरह की अदावत है, उसमें पूरी पार्टी को चुनाव के लिए एकजुट करना शैलजा के लिए बड़ी चुनौती है।
देवेंद्र यादव की विदाई का एक बड़ा कारण भले ही क्षत्रपों की नाराजगी को माना जा रहा होे, लेकिन यह साबित हो गया है कि उनकी पार्टी हाईकमान पर किस कदर पकड़ है। उत्तराखंड के मुकाबले उन्हें बडे़ राज्य पंजाब का प्रभारी बनाया गया है। इसके अलावा, 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी शिकस्त के बावजूद उन्हें पद से नहीं हटाया गया था, जबकि इसी हार के चलते प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से गणेश गोदियाल की विदाई हो गई थी।
शैलजा को ऐेसे समय में प्रभारी बनाया गया है, जबकि लोकसभा चुनाव की दस्तक साफ सुनाई दे रही है। पिछले दस वर्षों में हुए लोकसभा के दो चुनावों में कांग्रेस पांचों सीटों पर पराजित हुई है। ऐसे में शैलजा के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही है कि इस बार के चुनाव में स्कोर पांच के मुकाबले शूून्य न होने दें। हालांकि भाजपा चुनावी तैयारियों में कांग्रेस के मुकाबले बहुत आगे है। ऐसे में देखना यही है कि शैलजा किस तरह से कांग्र्रेस को सहेजकर आगे बढ़ती हैं।