नया अध्याय: सातवीं कक्षा के बच्चे पढ़ेंगे अब चार धाम यात्रा

उदंकार न्यूज
देहरादून। अब स्कूली बच्चे पवित्र चार धाम और उनसे जुड़ी यात्रा की महत्ता को आसानी से समझ सकेंगे। एनसीईआरटी की नई पाठ्य पुस्तक में चार धाम यात्रा को जगह दी गई है। सामाजिक विज्ञान विषय के अंतर्गत यह पुस्तक सातवीं कक्षा के छात्रों के लिए होगी। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति और स्कूल शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्चा रूपरेखा 2023 के अनुरूप इसे तैयार किया गया है।
भारतीय संस्कृति से जुडे़ पहलुओं को प्रमुखता से सामने लाने और उनसे स्कूली बच्चों को परिचित कराने के लिए एनसीईआरटी ने पाठ्य पुस्तकों में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। सातवीं कक्षा के इतिहास विषय की पुस्तकों से मुगल और दिल्ली सल्तनत से जुड़ी जानकारियों को अलग कर दिया गया है। इसकी जगह पर भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण प्रतीक महाकुंभ, चार धाम यात्रा, शक्तिपीठ पाठ्य पुस्तकों का हिस्सा बन गए हैं।
हर लिहाज से देवभूमि उत्तराखंड का महत्व
-उत्तराखंड के चार धाम में श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री शामिल हैं। चार धाम यात्रा अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर 30 अप्रैल से शुरू हो रही है। इस दिन गंगोत्री व यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलेंगे। इसके बाद, दो मई को केदारनाथ और चार मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। देश के चार धामों की बात करें, तो द्वारका, जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम के साथ ही बदरीनाथ इसमें शामिल हैं।