38 वें राष्ट्रीय खेल का काउंटडाउन शुरू, बड़ा अवसर, तो बड़ी चुनौती भी सामने

उदंकार न्यूज
देहरादून। 38 वें राष्ट्रीय खेलों के लिए उत्तराखंड तैयार है। यह बड़ा अवसर है। बड़ी चुनौती भी है। राज्य निर्माण के बाद इतने बडे़ स्तर पर खेल का आयोजन उत्तराखंड में नहीं हुआ है। इस छोटे से हिमालयी राज्य के कंधे पर अब बड़ी जिम्मेदारी है। कह सकते हैं कि खेलों के लिहाज से पूरे देश की निगाहों के केंद्र में अब उत्तराखंड है। 28 जनवरी 2025 से खेलों का यह महाकुंभ उत्तराखंड में शुरू हो जाएगा। इसके बाद देश भर के खिलाड़ी लगातार 18 दिनों तक 35 तरह की खेल प्रतियोगिताओं में अपना दमखम दिखाएंगे।
यह अच्छी स्थिति है कि राष्ट्रीय खेलों के बहाने पूरे उत्तराखंड में खेल सुविधाएं विस्तार पा रही हैं। हालांकि आधारभूत ढांचा अब भी पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाया है, जबकि राष्ट्रीय खेलों के लिए बहुत ज्यादा समय नहीं रह गया है। वैसे, खेल विभाग के अफसरों का दावा है कि जहां-जहां पर इवेन्ट होने हैं, वहां पर आधारभूत ढांचा लगभग तैयार कर लिया गया है। जो थोड़ी बहुत गुंजाइश शेष है, उसे बहुत जल्द पूरा कर लिया जाएगा। 35 खेलों में से 20 खेल इंडोर स्टेडियम में होने हैं। देहरादून, हल्द्वानी और रूद्रपुर जैसी जगहों पर ही इस तरह के ज्यादा स्टेडियम उपलब्ध हैं।
राष्ट्रीय खेल के आयोजन को उत्तराखंड में इस तरह से डिजाइन किया गया है, कि मैदान से लेकर पहाड़ तक में हलचल मचनी तय है। राज्य बनने के बाद देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंहनगर जैसे मैदानी जिलों तक ही सुविधाओं के सिमटने की जो शिकायतें आम है, वह कम से कम राष्ट्रीय खेलों के संबंध में तो सुनाई नहीं देंगी। इसका कारण है कि
पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, खटीमा, टिहरी जैसी जगहों पर कई प्रमुख खेलों की प्रतियोगिताएं तय की गई हैं। चूंकि देहरादून में खेलों का सबसे बड़ा व मजबूत ढांचा मौजूद है, इसलिए सबसे ज्यादा 15 इवेन्ट यहीं पर प्रस्तावित की गई हैं। इसके बाद, हरिद्वार, हल्द्वानी, रूद्रपुर जैसे शहरों का नंबर है। राष्ट्रीय खेलों के इस आयोजन में देशभर के दस हजार से ज्यादा खिलाड़ियों के भाग लेने की उम्मीद की जा रही है।
उत्तराखंड के खुद के प्रदर्शन पर होगी नजर
-राज्य बनने के बाद से उत्तराखंड ने जब से राष्ट्रीय खेलों में भागीदारी शुरू की है, तब से उसका प्रदर्शन कभी भी बहुत ज्यादा चमकदार नहीं रहा है। हर बार प्रदेश का प्रदर्शन सुधरने की बजाय और खराब होता चला गया। वर्ष 2002 में हैदराबाद-आंध्र प्रदेश में हुए इन खेलों में मेडल टेली में उत्तराखंड का नंबर 13 वां रहा था। मगर इससे आगे बढ़ने की बजाय उत्तराखंड लगातार पिछड़ता चला गया। पिछले वर्ष गोवा में हुए राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड 25 वें स्थान पर रहा था।