सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण को और अधिक गुरुकुल हों स्थापित: राजनाथ

-हरिद्वार में ’पतंजलि गुरूकुलम’ एवं ’आचार्यकुलम’ का शिलान्यास
-केंद्रीय कानून मंत्री, मध्य प्रदेश व उत्तराखंड के सीएम रहे मौजूद
उदंकार न्यूज
-केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वामी दर्शनानन्द गुरूकुल महाविद्यालय, हरिद्वार में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, मध्य प्रदेश के सीएम डा मोहन यादव, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी और योग गुरू स्वामी रामदेव की मौजूदगी में ’पतंजलि गुरूकुलम’ एवं ’आचार्यकुलम’ का भूमि पूजन कर शिलान्यास किया। इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की नैतिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने के लिए और अधिक गुरुकुल स्थापित किए जाने चाहिए।
उन्होंने गुरुकुलों से आज के निरंतर विकसित हो रहे समय के साथ तारतम्य बिठाते हुए पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम प्रौद्योगिकी जैसी उभरती और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में अग्रसर होने का आह्वान किया। ऐसी प्रौद्योगिकी विकसित करें, जो देश को इस क्षेत्र में अग्रणी बनाए। उन्होंने कहा कि गुरुकुलों को अन्य शिक्षण संस्थानों के लिए मार्गदर्शक के रूप में कार्य करना चाहिए, आने वाले समय में वे एक बार फिर देश और उसकी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करें और भारत की नई पहचान बनें।

रक्षा मंत्री ने देश में सांस्कृतिक विकास में गुरुकुलों की भूमिका को रेखांकित करते हुए सांस्कृतिक उत्थान की दिशा में मोदी सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने योग के महत्व का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे इसके हितकारी होने के कारण संपूर्ण विश्व ने प्राचीन भारतीय पद्धति का अनुसरण किया है। कार्यक्रम में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, मध्य प्रदेश के सीएम डा मोहन यादव, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, सांसद सुधांशु त्रिवेदी, भारतीय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन एमपी सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। योग गुरू स्वामी रामदेव एवं आचार्य बालकृष्ण ने भारतीय संस्कृति, गुरूकुलम एवं आचार्यकुलम के इतिहास आदि की जानकारी दी।