जमीन पर उतरा निशंक का सपना, लेखक गांव का भव्य लोकार्पण

उदंकार न्यूज
-पूर्व सीएम एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डा रमेश पोखरियाल निशंक के लेखक गांव का बृहस्पतिवार को थानो देहरादून में भव्य लोकार्पण हो गया। इसके साथ ही, तीन दिवसीय स्पर्श हिमालय महोत्सव-2024 की शुरूआत भी हो गई है। यह कार्यक्रम स्पर्श हिमालय फाउंडेशन की ओर से किया जा रहा है। पहले दिन पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और तमाम अन्य दिग्गजों की मौजूदगी में लेखक गांव का लोकार्पण और स्पर्श हिमालय महोत्सव का शुभारंभ किया गया।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि ‘‘निशंक’’ द्वारा ‘‘लेखक गाँव’’ की परिकल्पना के लिए उनकी सोच, सामर्थ्य और पराक्रम को नमन करता हूँ। उन्होंने कहा कि लेखकों, कवियों, साहित्यकारों और अन्य रचना कर्मियों द्वारा महसूस की जा रही व्यावहारिक कठिनाइयों का निवारण करने की ओर यह एक अभिनव पहल है। उन्होंने कहा कि ‘‘लेखक गाँव’’ अपने प्रकार की प्रथम परिकल्पना है।
तीन दिन तक चलने वाले इस महोत्सव के पहले दिन आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल रिटायर्ड ले़ जनरल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी, जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों द्वारा ‘‘हिमालय में राम’’ पुस्तक का भी विमोचन किया। ‘‘लेखक गाँव’’ की इस पहली रचना को डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने लिखा है।
थानो स्थित इस लेखक गांव में लेखक कुटीर, संजीवनी वाटिका, नक्षत्र और नवग्रह वाटिका, पुस्तकालय, कला दीर्घा, योग-ध्यान केंद्र, परिचर्चा केंद्र, गंगा और हिमालय का मनमोहक संग्रहालय बनाया गया है। लेखक गाँव में आकर लेखक एक ही स्थान पर प्रकृति, संस्कृति, ज्ञान-विज्ञान से साक्षात्कार कर विविध विषयों पर चिंतन के लिए नए दृष्टिकोण प्राप्त कर सकेंगे।