स्क्रीन पर कभी खूब चमका था धराली, हंत्या और वा नौनी की ज्यादातर शूटिंग हुई यहां

विपिन बनियाल
-पांच अगस्त 2025 एक काली तारीख है, जिस दिन दुनिया ने खूबसूरत धराली की भयावह तस्वीर देखी। ऐसी तस्वीर, जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता था। इससे पहले, तो हर्षिल वैली के इस क्षेत्र को अपनी खूबसूरती बिखेरते हुए ही सभी ने देखा था। स्क्रीन पर भी धराली खूब दिखाई दिया। कभी यह स्क्रीन उत्तराखंडी फिल्म हंत्या की थी, तो कभी वेब सीरीज वा नौनी की।
वर्ष 2005 में मशहूर फिल्मकार अनुज जोशी ने उत्तराखंडी गढ़वाली हाॅरर फिल्म हंत्या बनाई थी। इस फिल्म की काफी शूटिंग धराली-हर्षिल क्षेत्र में की गई थी। इसके 17 साल बाद, वर्ष 2022 में अनुज जोशी वेब सीरीज वां नौनी लेकर सामने आए। इसमें भी धराली-हर्षिल की दमदार मौजूदगी थी। मेरे धुन पहाड़ की यू ट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में अनुज जोशी ने कई दिलचस्प बातें शेयर की।
जोशी के अनुसार-वर्ष 2005 में हंत्या की भले ही ज्यादातर शूटिंग धराली में हुई थी, लेकिन फिर भी वहां के खूबसूरत नजारों को कैद नहीं किया जा सका था। चूंकि वह हारर फिल्म थी, इसलिए फिल्म में ज्यादातर सीन रात के थे। यह कसक कहीं न कहीं अनुज जोशी के मन में रह गई थी। इसके बाद, जब उन्हें वा नौनी वेब सीरीज का प्रोजेक्ट मिला, तो उन्होंने इसकी अधिकतर शूटिंग धराली-हर्षिल में करने का निर्णय लिया। वहां शूंिटंग के अनुभव बहुत अच्छे रहे। लोगों का बहुत सहयोग मिला। जोशी का मन धराली आपदा से विचलित है।
अनुज जोशी की डायरेक्शन टीम के अहम सहयोगी अभिषेक मैंदोला के भी धराली-हर्षिल को लेकर अपने अनुभव हैं। अपनी भावनाएं हैं। वां नौनी वेब सीरीज में वह न सिर्फ एसोसिएट डायरेक्टर थे, बल्कि एक खास किरदार में भी वह नजर आए थे। मैंदोला कहते हैं-फिल्म से जुडे़ पांच प्रोजेक्ट के लिए उनका उस क्षेत्र में काफी रहना हुआ। जिस बाजार में घूमे-फिरेे, चाय की चुस्कियां लीं, उसको इस तरह जमींदोज होते देखना बहुत तकलीफदेह है। निश्चित तौर पर धराली आपदा के गहरे घाव आसानी से भरने वाले नहीं हैं। फिर भी ये ही कामना है कि हम धराली की फिर से वो ही सुनहरी तस्वीर देखें। इस स्टोरी से संबंधित वीडियो धुन पहाड़ की यू ट्यूब चैनल पर उपलब्ध है। आप लिंक पर क्लिक कर उसे देख सकते हैं।